तकलीफ तब होती है जब वफा के बदले कोई बेवफाई देता है बेकसूर इंसान सोचता है आखिर खता क्या थी गिरे हुए आंखों के आंसुओं से पूछता हूं जो तुम्हारी हो नहीं सकती तुम आंखों को क्यों इतनी तकलीफ देते हो
मेरे ख्वाब हकीकत में बदल रहे हैं आपके मोहब्बत का असर है हर कदम पर मंजिल आसान हो रही है जो तुम मेरे साथ चलती हो खुद को खुशनसीब समझता हूं जो मुझसे प्यार करती हो