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फ़रवरी, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मैं फसता गया

मैं फसता गया वह फसाते गए हर मोड़ पर मुझे आजमाते गए आज अपनी दोस्ती गहरी है वह निभाते गए हम निभाते गए

वक्त रहते संभल जाना होशियारी है

वक्त रहते संभल जाना होशियारी है ठोकर लगने के बाद हर इंसान सुधर जाता है जिस बात में सच्चाई ना हो उस बात को कहकर लोग अपना वजूद खो देते हैं

हर बात घुमाकर कहने की उसकी आदत है

हर बात घुमाकर कहने की उसकी आदत है हर बात कह चुकी है जो उसकी चाहत है मद भरी आंखों से मुझे देखती है इस तरह उसकी मोहब्बत से मेरे दिल में सुकून और राहत है

तकलीफ तब होती है

तकलीफ तब होती है जब वफा के बदले कोई बेवफाई देता है बेकसूर इंसान सोचता है आखिर खता क्या थी गिरे हुए आंखों के आंसुओं से पूछता हूं जो तुम्हारी हो नहीं सकती तुम आंखों को क्यों इतनी तकलीफ देते हो

तुम वादा करो

तुम वादा करो उम्र भर साथ दोगी टूटकर कभी निराश हो जाए तो संभलने को मुझको विश्वास दोगी तुम वादा करो उम्र भर साथ दोगी

मेरे ख्वाब हकीकत में बदल रहे हैं

मेरे ख्वाब हकीकत में बदल रहे हैं आपके मोहब्बत का असर है हर कदम पर मंजिल आसान हो रही है जो तुम मेरे साथ चलती हो खुद को खुशनसीब समझता हूं जो मुझसे प्यार करती हो