गुस्से में अपना सब कुछ बर्बाद कर डालोगे जिंदगी में उदासी रह जाएगी अगर शक की दीवार तोड़ोगे नहीं हकीकत पर पछताना पड़ेगा फिर उम्र भर तन्हाई रह जाएगी
उसकी वफ़ा के लिए तरसते रहे अच्छे रिश्तो का ख्वाब अधूरा रहा अपनी तौहीन होती है जो दिल के जख्म दिखाएं बस घुट घुट के हर दिन जिए जा रहा हूं